The 2-Minute Rule for attitude urdu poetry
नाज़ किया इस पे जो बदला ज़माने ने तुम्हेंमौत पसंद है अपमान नहीं दुश्मन चलेगा धोखेबाज नहीअगर तो हां सोचती है कि तेरी ख़ूबसूरती में दम ह
नाज़ किया इस पे जो बदला ज़माने ने तुम्हेंमौत पसंद है अपमान नहीं दुश्मन चलेगा धोखेबाज नहीअगर तो हां सोचती है कि तेरी ख़ूबसूरती में दम ह